मुंबई, 25 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली चुनाव में संजीवनी और महिला सम्मान योजना के विवाद के बाद अब पैसे बांटने का मामला गहरा रहा है। AAP ने आरोप लगाया कि भाजपा के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा के घर पर महिलाओं को भाजपा पैसे बांट रही है। आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रवेश वर्मा के सरकारी आवास 20 विंडसर प्लेस पर महिलाओं को ₹1100 बांटे जा रहे हैं। आतिशी ने कहा कि प्रवेश वर्मा को गिरफ्तार करना चाहिए। ED-CBI और दिल्ली पुलिस को इनके आवास पर छापा मारना चाहिए। इस मामले में चुनाव आयोग को भी जवाब देना चाहिए। उधर, प्रवेश वर्मा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, मेरे पिताजी साहिब सिंह वर्मा ने जरूरतमंद लोगों की भलाई के लिए संस्था बनाई थी। उसके तहत महिलाओं को पैसे बांटे जा रहे थे। उन्होंने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल ने ही इन महिलाओं को प्रवेश वर्मा के घर भेजा है। प्रवेश ने कोई पैसे नहीं बांटे। ये केजरीवाल का ही काला धन है।
आतिशी ने कहा कि 1100 रुपए के साथ महिलाओं को एक पैम्फलेट भी बांटा गया है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीर लगी है। भाजपा हारा हुआ चुनाव पैसे के दम पर जीतने की कोशिश कर रही है। CBI-ED और दिल्ली पुलिस को इस मामले का जवाब देना होगा।
भाजपा की पूरी सच्चाई सामने आ गई है। उनके पास एजेंडा नहीं है। उनके पास CM का चेहरा नहीं है। उनके पास दिल्ली के लोगों के लिए कोई वादे भी नहीं है। साथ ही, दिल्ली सरकार ने अरविंद केजरीवाल की दो बड़ी चुनावी घोषणाओं पर ब्रेक लगा दिया। सरकार के दो विभागों ने अखबारों में विज्ञापन छपवाकर कहा कि राज्य में महिला सम्मान और संजीवनी जैसी कोई योजना नहीं है।
वहीं, प्रवेश ने कहा, आतिशी दिल्ली की टेम्परेरी मुख्यमंत्री हैं। वे तब सीएम बनी जब इनका मंत्रिमंडल जेल में था। संजय सिंह भी मेरे घर के आगे पीछे घूम रहे हैं। मुझे अच्छा लग रहा है कि ये लोग चिंतित है। मेरे पिताजी द्वारा राष्ट्रीय स्वाभिमान संस्था का निर्माण 25 वर्ष पहले किया गया था। उसमें गुजरात के भूकंप आए तो वहां पर हमने दो गांव का निर्माण किया। प्रवेश वर्मा ने कहा, हमने 2000 से ज्यादा मकान बनाए। ओडिशा के साइक्लोन में मेरे पिताजी ने 4 गांव बसाए। उसका उद्घाटन अब्दुल कलाम जी ने किया था। कारगिल युद्ध में सारे जवानों को सारे शहीदों के परिवारों को दिल्ली में 1 लाख की राशि दी गई थी। मेरी संस्था बहुत पुरानी है। अच्छा लग रहा है कि आतिशी मेरे कार्य की सराहना कर रही हैं। मैं शराब नहीं बांट रहा था।